न्यूज डेस्क: छत्तीसगढ़ के जशपुर में आकाशीय बिजली की चपेट में एक युवती समेत तीन लोग गंभीर रुप से घायल हो गए, वहीं ग्रामीणों ने उन्हे अंधविश्वास और मान्यता के अनुसार गोबर के गड्ढे में दबा दिया. जब उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ तो उन्हे इलाज के लिए हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन वहां आयुर्वेद विभाग के चिरायु डॉक्टर के संक्रमित होने से अस्पताल सील कर दिया गया है जिसके कारण उन्हें लैलूंगा ले जाया गया। गाज की चपेट में आने वालों में सुनील पिता मोहर साय उम्र 22 वर्ष, राजू तिर्की पिता लाल साय उम्र 23 वर्ष बागबहार, चम्पा राउत पिता सियानी उम्र 20 वर्ष ग्राम झारपरा के नाम शामिल है। जिला चिकित्सालय के डॉक्टर आरएस पैकरा का कहना है कि गाज की चपेट में आने वाले घायलों को अस्पताल जल्द से जल्द हॉस्पिटल ले जाना चाहिए। यदि वो जिंदा है तो उसका इलाज हो सकता है। यदि किसी की मौके पर ही मौत हो जाती है तो गोबर में गाड़ने से वो कतई जिंदा नहीं होगा। ये महज अंधविश्वास है।
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