लखनऊ
उत्तर प्रदेश एटीएस ने मंगलवार को रोहिंग्या गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। ये लोग बांग्लादेश के रोहिंग्या मुसलमान युवकों व म्यांमार के नागरिकों को फर्जी दस्तावेज उपलब्ध करवाकर विदेशों में भेजते थे। यूपी एटीएस ने तीन बांग्लादेशी और एक भारतीय युवक को वाराणसी के पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया है। एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि यूपी शासन और यूपी पुलिस ने अवैध रूप से भारत में प्रवेश हो रहे बांग्लादेशियों के लिए अभियान चलाया जा रहा था। इसी सिलसिले में एटीएस के हाथ बड़ी सफलता लगी है।
बता दें, विदेश यात्रा के लिए आरोपियों द्वारा करवाई गई कोरोना की आरटीपीसीआर जांच भी फर्जी पाई गई है। धर्म बदलकर ये लोग फर्जी पहचान पत्र बनवाकर विदेश जाने की फिराक में थे। साउथ अफ्रीका जाने के लिए इन्होंने पासपोर्ट भी बनवा लिया था। यूपी एटीएस ने मिथुन मंडल, पश्चिम बंगाल (तस्कर), शाओन अहमद (बांग्लादेशी), मोमिनुर इस्लाम (बांग्लादेश), मेहंदी हसन (बांग्लादेशी) नाम के आरोपियों को गिरफ्तार किया है। चारों आरोपियों ने गाड़ी संख्या 02314 में दिल्ली से सियालदह तक का टिकट बुक कराया था। गाड़ी छूटने से पहले संदिग्धों की सीट कंफर्म हो गई थी। संदिग्ध दिल्ली के प्लेटफार्म नंबर 3 से ट्रेन में सवार हुए थे।
एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि यूपी एटीएस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है, जो अंतरराष्ट्रीय गिरोह म्यांमार और बांग्लादेश से लेकर फर्जी दस्तावेज बनाकर भारत में रखते हैं। एक व्यक्ति पश्चिम बंगाल का रहने वाला है, जो ट्रैवेल एजेंसी चलाता है। 3 अन्य शाऊन अहमद इसका वर्तमान नाम पिंटू है। मोमिन इस्लाम और मेहंदी हसन बांग्लादेश के रहने वाले हैं। इनके पास से पांच मोबाइल फोन, तीन भारतीय पासपोर्ट, चार आधार कार्ड, 12 एटीएम कार्ड, एक पैन कार्ड, एक दिल्ली मेट्रो कार्ड और तीन वोटर आईडी बरामद की हैं।