नई दिल्ली
कोरोना महामारी से निपटने के लिए देश में शुरू किए गए कोविड-वैक्सीनेशन प्रोग्राम ने इतिहास रच दिया। आज वैक्सीनेशन प्रोग्राम के तहत लोगों को 100 करोड़ डोज दिए जाने का आंकड़ा पार कर लिया गया है। नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार इस अवसर को बड़ा माइलस्टोन बता रही है। देशभर में जश्न की तैयारी शुरू हो गई है। इस अवसर को खास बनाने के लिए सरकार ने कई कार्यक्रमों की योजना बनाई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया आज लाल किले में गायक कैलाश खेर द्वारा रचित एक गीत और एक ऑडियो-विजुअल फिल्म का शुभारंभ करेंगे। वहीं, महामारी से निपटने में अपनी सरकार के प्रयासों पर भी बात करेंगे। उनका कहना है कि, यह एक माइलस्टोन अचीव हुआ है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, लोगों को देश में बुधवार शाम तकवैक्सीन के 99 करोड़ 55 लाख से ज्यादा डोज दिए जा चुके थे। आज सुबह यह आंकड़ा 100 करोड़ के पार हो गया। इस अचीवमेंट तक पहुंचने के लिए देश ने राष्ट्रव्यापी वैक्सीनेशन-ड्राइव के शुभारंभ के बाद से, आए रोज अपने वैक्सीन-ड्राइव में लगातार बढ़ोतरी की। वैक्सीनेशन-ड्राइव की शुरुआत देश में 16 जनवरी से हुई थी। जिसमें शुरुआती 20 करोड़ वैक्सीन डोज 131 दिन में लगे। उसके बाद अगले 20 करोड़ डोज 52 दिन में दिए गए। फिर 40 से 60 करोड़ डोज देने में 39 दिन लगे। और, 60 करोड़ से 80 करोड़ डोज देने में सबसे कम, महज 24 दिन लगे।
सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक, वैक्सीन लगाने के एक दिन के आंकड़े पहली बार अगस्त के महीने में 10 मिलियन तक पहुंचे। और, फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर 25 मिलियन के उच्च स्तर को पार कर गए। अधिकारियों का कहना है कि, देशवासियों को कोरोनावायरस बीमारी से बचाने के लिए राष्ट्रव्यापी टीकाकरण कार्यक्रम शुरू होने के नौ महीने बाद भारत ने गुरुवार को 100 करोड़ या 1 बिलियन कोविद-19 टीकाकरण का आंकड़ा पार किया है। अब, केंद्र सरकार ने इस अवसर को चिह्नित करने के लिए कई कार्यक्रमों की योजना बनाई है।
मंडाविया ने इससे पहले कहा था, "100 करोड़ खुराक दिए जाने के बाद, हम यह सुनिश्चित करने के लिए मिशन मोड में जाएंगे कि जिन लोगों ने अपनी पहली खुराक ली है, वे अपनी दूसरी खुराक भी लें, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे कोविड-19 से सुरक्षित हैं।"
सरकार के एक कार्यक्रम के तहत देश में सबसे बड़ा खादी तिरंगा, जिसका वजन लगभग 1,400 किलोग्राम है, आज लाल किले पर प्रदर्शित किया जाएगा। वहीं, सरकार की योजना हवाई जहाज, जहाजों, महानगरों और रेलवे स्टेशनों पर भी सार्वजनिक घोषणाएं करने की है, जब 100 करोड़वां डोज दिया जाएगा।