नई दिल्ली
टी-20 विश्व कप 2021 में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले हाई-वोल्टेज मुकाबले से पहले बीसीसीआई ने बड़ा कदम उठाया है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने टीम इंडिया के खेमे में शामिल चार खिलाड़ियों को भारत वापस भेजने का फैसला किया है। कर्ण शर्मा, शाहबाज नदीम, कृष्णप्पा गौतम और वेंकटेश अय्यर वह खिलाड़ी हैं, जिनको स्वदेश लौटने का ऑर्डर मिला है। ये प्लेयर्स बतौर नेट गेंदबाज टीम से जुड़े हुए थे। गौरतलब है कि बीसीसीआई ने टीम इंडिया के बल्लेबाजों को तैयार करने के लिए कुल आठ नेट गेंदबाज चुने थे। टीम इंडिया के रिलीज किए गए खिलाड़ी घरेलू टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली में अपना दमखम दिखाते नजर आएंगे।
उमरान मलिक, आवेश खान, हर्षल पटेल और लुकमान मेरिवाला को टीम इंडिया के साथ बरकरार रखा गया है और यह सभी पूरे विश्व कप में टीम के साथ रहेंगे। बीसीसीआई ने तेज गेंदबाजों को ज्यादा अहमियत दी है। पीटीआई से बातचीत करते हुए बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने बताया, 'टूर्नामेंट शुरू होने के बाद इतने नेट सेशन नहीं होने वाले हैं। इसी वजह से नेशनल सिलेक्टर्स को लगा कि इन बॉलर्स को सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट में खेलना चाहिए जिससे उनको मैच प्रैक्टिस मिलेगी।' घरेलू टी-20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी की शुरुआत 4 नवंबर से हो रही है।
आईपीएल 2021 में हर्षल पटेल ने सबसे ज्यादा विकेट अपने नाम किए थे, जबकि आवेश खान इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर रहे थे। वहीं, जम्मू कश्मीर के तेज गेंदबाज उमरान मलिक ने महज तीन मैचों में अपनी रफ्तार से हर किसी को इंप्रेस किया था और इस सीजन की सबसे तेज गेंद डाली थी। जिसके बाद सिलेक्टर्स ने उनको टीम के साथ यूएई रुकने को कहा था।