भिंड
सरकारी स्कूलों में स्टाफ की लापरवाही पर शिक्षा विभाग लगाम लगाने में नाकाबिल साबित हुआ है। वहीं अस्पताल और ग्राम पंचायत कर्मचारियों की हालत भी कुछ ऐसी ही है। मनमर्जी से ड्यूटी करना और अपने कार्य को गंभीरता से न लेने पर बुधवार को कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस ने पंचायत के 2 सचिव और स्कूल के चपरासी को निलंबित कर दिया है। इतना ही नहीं सामुदायिक अस्पताल गोलद में एमपीएस सहित दो वार्ड ब्वॉय अनुपस्थित मिले थे, जिन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिवस में जवाब मांगा है।
बता दें सुबह 11 बजे कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस, जिला पंचायत सीईओ जेके जैन के साथ गोहद क्षेत्र में पहुंचे थे। यहां एसडीएम शुभम शर्मा के साथ सबसे पहले अधिकारियों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गोहद का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। अस्पताल में एमपीएस के साथ 2 वार्ड ब्वॉय अनुपस्थित थे। कलेक्टर ने बीएमओ डॉ आलोक शर्मा को अनुपस्थित स्टाफ को नोटिस जारी कर कार्रवाई करने को कहा। साथ ही अस्पताल में चिकित्सा सुविधाओं को सुधारने के निर्देश जारी किए।
सरकारी स्कूल में भृत्य का 7 दिवस का वेतन काटा:
कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस ने शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मौ का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। साथ ही उन्होंने अनुपस्थित मिले भृत्य शोभरन सिंह का सात दिवस का वेतन काटते हुए उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश जारी किए। निरीक्षण उपरांत कलेक्टर की अध्यक्षता में सीएम हेल्पलाईन, सीएम किसान योजना, बाजरा-ज्वार पंजीयन सहित विभिन्न बिंदुओं के संबंध में पटवारी एवं सचिवों की बैठक संयुक्त तहसील कार्यालय मौ के सभागार में ली।
कलेक्टर ने 2 सचिव निलंबित किए:
बैठक के दौरान तहसील में ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा के दौरान किटी सचिव रामनरेश शर्मा अनुपस्थित थे। कलेक्टर ने अनुपस्थित सचिव के कार्य की समीक्षा की तो उसकी पंचायत में लापरवाही मिली। इसके साथ ही जमदारा सचिव शियाशरण यादव द्वारा कार्य में लापरवाही बरती गई। कलेक्टर ने ग्रामीण स्तर पर कार्य में समन्वय ना रखने पर दोनों सचिवों को तत्काल निलंबित करने निर्देश जनपद पंचायत सीईओ गोहद को दिए। यहां बता दें कि गोहद क्षेत्र के ग्रामीण पंचायतों में पूर्व में भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं। जिसकी जांच जनपद पंचायत सीईओ के हाथों में है, लेकिन जांच प्रक्रिया अधर में अटकी है। मौ तहसील के पटवारियों की समीक्षा बैठक के दौरान कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस ने एसडीएम को निर्देशित किया कि जिन पटवारीयों के पास अधिक सीएम हेल्पलाइन लंबित है, जिस पर कार्यवाई नहीं की है। ऐसे लापरवाह पटवारियों को नोटिस जारी किया जाए।