नई दिल्ली( न्यूज डेस्क) देशभर में लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में अब तक करीब 80 लोगों की मौत हो चुकी है। रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक 1 मई से 27 मई तक बीच सभी राज्यों में कम से कम 3840 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गई । जिनसे विभिन्न शहरों में फंसे 50 लाख से ज्यादा मजदूरों को भेजा गया ।
4 से 85 साल के बीच है मृतकों की उम्र
रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार 9 मई से 27 मई के बीच मध्य रेलवे जोन, उत्तर रेलवे जोन, उत्तर-पूर्व रेलवे जोन और उत्तर – मध्य रेलवे जोन में कई मौतें दर्ज कराई गई। इन ट्रेनों में 4 साल से लेकर 85 साल तक के यात्रियों की मौत हुई। हालाकि इस सूची में बीमार और दुर्घटना से होने वाली मौतें भी शामिल है।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष का बयान
80 लोगों की मौत के मामले में रेलवे के अध्यक्ष वीके यादव ने कहा कि ट्रेनों में किसी भी इंसान की मौत होना काफी बड़ी क्षति है। हालाकि रेलवे के नियमानुसार बीमार होने पर ट्रेन को रोका जा सकता है और उस इंसान का इलाज कर बचाने का प्रयास किया जा सकता है।
EDIT BY: AMIT TIWARI