भोपाल
एक स्वयंसेवी संस्था से निकाले गए कर्मचारियों ने संस्था प्रबंधन पर मतांतरण की कोशिश करने का आरोप लगाया है। इस मामले में राजधानी के छोला मंदिर थाने में शिकायत की गई है। उधर संस्था की तरफ से भी थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। उसमें निकाले गए कर्मचारियों का नेतृत्व कर रहे युवक पर प्रबंधन के साथ अभद्रता करने का आरोप लगाया गया है।
छोला मंदिर थाना प्रभारी अनिल मोर्य ने बताया कि राजेश खन्ना नाम के व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई है। उसमें चैरिटेबल ट्रस्ट सीएफआइ की संस्था एमसीआइ पर मतांतरण की कोशिश करने का आरोप लगाया है। शिकायत में बताया गया है कि दिसंबर-2020 में संस्था ने कर्मचारियों को उपहार में बाइबिल दी। साथ ही बस्तियों में बंटवाई भी गईं। संस्था गरीब बस्तियों में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करती है। जरूरतमंदों को शिक्षण सामग्री के अलावा मुफ्त में सेनेटरी पैड आदि वितरित करती है। टीआई मौर्य के मुताबिक संस्था ने अपने काम के लिए युवक-युवतियों को नौकरी पर रखा था, लेकिन संस्था में फंड की कमी होने के कारण कर्मचारियों को फिलहाल काम पर आने से मना कर दिया है। राजेश ने शिकायत में बताया है कि वह पिछले पांच साल से संस्था में काम कर रहा था। उसे संस्था ने मदर चाइल्ड विंग का प्रभारी बनाया था। उसकी टीम में कई युवतियां काम करती थीं। वे लोग महिलाओं और बच्चों को स्वास्थ्य के प्रति जागरुक करने का काम करते थे। पिछले कुछ समय से संस्था उन लोगों से ईसाई धर्म का प्रचार करने का दबाव बना रही थी। उधर, अयोध्या बायपास रोड स्थित संस्था की तरफ से लिखित शिकायत थाने में की गई है। उसमें मतांतरण के आरोप को बेबुनियाद बताते हुए राजेश खन्ना पर प्रबंधन के साथ अभद्रता करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत की जांच शुरू कर दी है।