भोपाल. 2018 के विधानसभा चुनावों में हार के 15 महीने बाद मार्राच 2020 में हुए राजनैतिक घटनाक्रम के बाद बीजेपी ने सत्ता में वापसी तो कर ली। लेकिन अब उसे अगले तीन साल कायम रखने के लिए उपचुनाव जीतना जरूरी है। वहीं, लॉकडाउन के कारण विधानसभा अध्यक्ष और कैबिनेट का विस्तार नहीं हो सका। लेकिन अब इसे लेकर बीजेपी में मंथन शुरू हो गया है। इस बार 24 विधानसभा सीटों के उपचुनाव को ध्यान में रखकर विस अध्यभ का फैसला होने की उम्मीद हैं।
ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि पिछली बार के अध्यक्ष सीतासरन शर्मा को फिर से मौका देने के पक्ष में पार्टी नहीं है। इस बार विधानसभा अध्यक्ष की दौड़ में जगदीश देवड़ा, गोापल भार्गव और नागेंद्र सिंह नागोद के नाम चल रहे हैं।
कांग्रेस भी एक्शन मोड में है…
प्रदेश में 24 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए कांग्रेस भी एक्शन मोड पर है। कांग्रेस अपने प्रचार के किए सोशल मीडिया का लेगी सहारा और कांग्रेस कमलनाथ सरकार के डेढ़ साल तक जनता के लिए किए गए कार्यों का सोशल मीडिया पर प्रयार करेगी। इस प्रचार में कांग्रेस से बगावत कर बीजेपी में शामिल हुए पूर्व विधायकों के खिलाफ भी पोल खोलो अभियान सोशल मीडिया के माध्यम से चलाएगी।