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- मध्यप्रदेश में फिर बड़े पेट्रोल–डीजल के दाम
- सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर लगाया अतिरिक्त टैक्स
- प्रदेश की जनता पर बढ़ाया मंहगाई का बोझ
एंकर- कोरोना की मार झेल रहे मध्यप्रदेश वासियों पर राज्य सरकार ने जनता के कंधों पर एक और बोझ डाल दिया हैं.. सरकार ने अपना राजस्व बढ़ाने के लिए पेट्रोल और डीजल के दामों में एक-एक रुपए की बढ़ोतरी की है.. सरकार ने ये बढ़ोतरी अतिरिक्त टेक्स के तौर पर की है.. पिछले एक हफ्ते में पेट्रोल 3.42 रुपए और डीजल 3.25 प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई हैं.. बढ़ी हुई किमतों के साथ राजधानी भोपाल में पेट्रोल 82.62 रूपए और डीजल 73.11 रूपए प्रति लीटर पर पहुंच गया है… 22 मार्च के शुरु हुए लॉकडाउन के चलते प्रदेश सरकार का खजाना खाली हो चुका हैं.. पेट्रोल और डीजल से प्रदेश सरकार को हर महीने लगभग एक हजार करोड़ रूपए का राजस्व मिलता है, लेकिन लॉकडाउन के चलते सरकार का खजाना खाली रहा.. राजस्व की कमी को पूरा करने के लिए सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर अतिरिक्त टैक्स लगाया हैं.. वही पेट्रोल डीजल पर अतिरिक्त कर लगाने का कांग्रेस ने विरोध किया है.. पेट्रोल- डीजल पर अतिरिक्त टैक्स लगाने के मामले में कांग्रेस ने सरकार को आड़े हाथ लिया हैं… शर्मा न कहा कि कोरोना के चलते लोग बेरोजगार हो गए हैं, जनता के पास पैसा नहीं है.. ऐसे संकट के समय सरकार को पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ाने क बजाए कम करना चाहिए..