- जेपी अस्पताल में चिकिस्तकों का विरोध प्रदर्शन
- साथी डॉक्टर का निलंबन वापस लेने की मांग
- शासन पर बिना जांच कार्रवाई का लगाया आरोप
भोपाल के जेपी अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर संदीप गुप्ता के निलंबन के विरोध में साथी चिकिस्तसकों ने काम बंद कर विधोर प्रदर्शन किया. डॉक्टरों ने बिना जांच के निलंबन की कार्रवाई की गलत ठहराया हैं. दरअसल कुछ दिन पहले 30 साल के एक युवक को इलाज के लिए जेपी अस्पताल में भर्ती किया गया था. युवक की हालत बिगड़ने पर उसे हमीदिया अस्पताल रेफर किया गया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. युवक की मौत के बाद परिजन ने डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की थी. मरीज की मौत के मामले को गंभीरता से लेते हुए अधिकिरियों ने डॉक्टर संदीप गुप्ता को निलंबित भी कर दिया था। मामले को लेकर साथी डॉक्टर्स का आरोप है कि मामले की जांच किए बिना कार्रवाई करना गलत है. कोरोना संक्रमण काल में सभी चिकित्सक अपनी जान जोखिम में डालकर रात दिन अपने काम में लगे हुए हैं. ऐसे हालातों में साथी डॉक्टर का निलंबन ठीक नहीं है. चिकित्सकों ने मामले की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की है.