Friday, March 24

लॉकडाउन में तीसरी बार बोले प्रधानमंत्री मोदी, जनता से की “मन की बात”,

लॉकडाउन में तीसरी बार बोले प्रधानमंत्री मोदी, जनता से की “मन की बात”,


नई दिल्ली.  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन के दौरान तीसरी बार मन की बात करते हुए देश की जनता से कहा कि देश की अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सी खुलने जा रहा हैं। इस दौरान सभी को सावधानियां बरतने की जरुरत हैं। दो गज की दूरी और मास्क लगाने में किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे देश की आबादी दूसरे देशों के मुकाबले ज्यादा हैं, इसलिए चुनौतियां भी हमारे सामने बड़ी होंगी। दूसरे देशों के मुकाबले हमारे यहां नुकसान काफी कम हुआ हैं। हम जो कुछ भी बचा पाएं हैं वो सामाजिक प्रयास का नतीजा हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सबसे बड़ी ताकत देशवासियों की सेवा है। हमारे यहां सेवा परमो धर्म कहा गया है। दूसरों की सेवा में लगे व्यक्ति में कोई तनाव नहीं दिखता। उसके जीवन में जीवंतता प्रतिपल नजर आती है। डॉक्टर,  नर्सिंग स्टाफ, पुलिस, मीडिया जो सेवा कर रहे हैं, उनकी मैंने कई बार चर्चा की है।

प्रधानमंत्री मोदी ने अगरतला के ठेला चलाने वाले एक व्यक्ति का जिक्र किया जो रोज अपने घर से खाना बनाकर लोगों को बांट रहे हैं। देश के कई इलाकों से सेवा की कहानियां सामने आ रही हैं। हमारी माताएं- बहनें लाखों मास्क बना रही हैं। कई लोग मुझे नमो ऐप पर मुझे अपने प्रयासों के बारे में बता रहे हैं। मैं समय के आभाव के चलते उन लोगों का नाम नहीं ले पा रहा हूं। मैं उनका तहेदिल से अभिनंदन करता हूं।

लोगों का इनोवेशन दिल को छू गयाःपीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि एक बात जो दिल को छू गईए वह है लोगों का इनोवेशन। नासिक के एक गांव में किसान ने ट्रैक्टर से जोड़कर सैनिटाइजेशन मशीन बनाई है। कई दुकानदारों ने सोशल डिस्टेंसिंग के लिए एक पाइप लगाया है। इसमें ऊपर से सामान डालते हैं, जो दूसरी तरफ ग्राहक को मिल जाता है। इस महामारी पर जीत के लिए ये इनोवेशन ही बड़ा आधार है। इससे लंबी लड़ाई हैए इसका पहले का कोई अनुभव ही नहीं है। कोरोना संक्रमण का गरीबों पर सबसे ज्यादा असर पड़ा। कौन ऐसा होगा जो उनकी तकलीफ नहीं समझेगा। पूरा देश उन्हें समझने में लगा है। हर विभाग के कर्मचारी उनके लिए जुटे हैं। रेलवे के कर्मचारी कोरोना वॉरियर्स ही है।

मजदूरों को उनके घर भेजने, खाने-पीने, टेस्टिंग की व्यवस्था की जा रही है। जिस पूर्वी हिस्से में देश को ऊंचाई पर ले जाने का सामर्थ्य है, वहां के विकास से ही देश का विकास संभव है। मुझे संतोष हैं कि स्टार्टअप के जरिए अब  गांवों में नवोद्योगों की कई संभावनाएं खुली हैं। अगर हमारे गांव, जिले, राज्य आत्मनिर्भर होते तो समस्या इस रूप में नहीं आई होती जो आज हमारे सामने खड़ी है।

कोरोना वायरस के कारण दुनिया ने दिखाई योग और आयुर्वेद में दिलचस्पी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बिहार के हमारे साथी हिमांशु ने नमो ऐप पर लिखा कि  वे विदेशों से होने वाले आयात को कम से कम देखना चाहते हैं। फिर वह चाहे पेट्रोलियम, खाद्य या इलेक्ट्रॉनिक सामान हों। मुझे भरोसा है कि आत्मनिर्भर अभियान भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा। जब दुनिया के नेताओं से बात होती है तो उनकी दिलचस्पी योग और आयुर्वेद में होती है।

कोरोना काल में देखा जा रहा है कि हरिद्वार से हॉलीवुड तक लोग योग अपना रहे हैं। कई लोग आयुर्वेद की तरफ लौट रहे हैं। योग कम्युनिटीए इम्युनिटी और यूनिटी के लिए बेहतर साबित हो सकता है। जीवन में योग को बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय ने एक प्रतियोगिता शुरू की है। दुनियाभर से लोग इसमें हिस्सा ले सकते हैं। आपको योग करते हुए वीडियो पोस्ट करना है और योग से आए बदलावों को बताना है।

Edit By RD Burman

 

 

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