भोपाल(न्यूज डेस्क) : मध्यप्रदेश में कोरोना संकटकाल में विद्यार्थियों की शैक्षिक नियमितता बनाए रखने के लिए राज्य सरकार ने ‘हमारा घर- हमारा दिद्यालय’ योजना तैयार की है। जिसमें बच्चों को घर पर स्कूली वातावरण पढ़ाया जाएगा। योजना का शुभारंभ शनिवार को मंत्रालय में फेसबुक लाइव कार्यक्रम के माध्यम से मुख्य सचिब रश्मि अरुण शमी ने किया। इस दौरान उन्होंने एक लाख से अधिक शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चे हर अवसर पर कुछ न कुछ सीखते हैं। अगर गांव में बच्चा पिता के साथ बोनी करने जाता है तो वह एक नया हुनर सिखता है। इस काम दूरी और माप की गणितीय शिक्षा एवं पर्यावरण की शिक्षा भी प्राप्त करता है। इस दौरान विभाग का दायित्व है कि स्कूल बंद होने पर भी बच्चों को गर तरह से सीखने में सहयोग प्रदान करें। वहीं पालकों से भी अपील करते हुए कहा कि बच्चों को घर पर अध्ययन का माहौल पैदा करें। बच्चों को घर पर ही उचित स्थान दें, जहां वे किसी परेशानी के अपनी पढ़ाई कर सकें। ‘हमारा घर – हमारा विद्यालय’ एक ऐसी ही भावनात्मक पारिवारिक पहल है, जो बच्चों को परिवार के सहयोग से घर पर ही पढ़ाई को सुचारु रखने में सहयोग करेगी।
घरों में सुनाई देगी स्कूल की घंटी
मध्यप्रदेश के अधिक से अधिक घरों में स्कूल की घंटी 6 जुलाई 2020 से सुनाई देगी। बच्चे पढेंगे, योग करेंगे, लिखेंगे और कहानियॉ भी सुनेंगे और उन पर नोट्स तैयार करेंगे। वहीं आयुक्त राज्य शिक्षा केन्द्र लोकेश कुमार जाटव ने बताया कि, ”हमारा घर-हमारा विद्यालय” योजना प्रदेश के कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों के लिए बनाई गई है। विद्यार्थी अब अपने घर पर ही विद्यालय के वातावरण में पढ़ाई कर सकेंगे। घर के स्कूल में प्रातः 10 बजे पालक की ओर से घण्टी या थाली बजाकर स्कूल प्रारम्भ किया जाएगा।, इसी प्रकार दोपहर एक बजे घण्टी/थाली बजाकर अवकाश किया जाएगा। इससे बच्चों को घर में ही विद्यालय का आभास होगा। राज्य शिक्षा केन्द्र की ओर से एक सुझावात्मक समय-सारणी भी पालकों और विद्यार्थियों को उपलब्ध कराई जा रही है।