भोपाल. मध्यप्रदेश की राजनीति में उपचुनाव से पहले कई रंग देखने को मिल रहे हैं। कांग्रेस के बाद अब बीजेपी में भी पार्टी के बीच सबकुछ ठीक नजर नहीं आ रहा है। शनिवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक भंवरसिंह शेखावत ने राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय पर तीखे हमले किए थे। इसके बाद से पार्टी में हंगामा मच गया है। ऐसे में मध्यप्रदेश के बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने रविवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि कैलाश विजयवर्गीय और भंवर सिंह सेखावत दोनों सुलझे हुए नेता हैं और भवर सिंह शेखावत को भोपाल बुलाया गया है। पहले उन्हें समझाइश दी जाएगी, अगर वे नहीं माने तो पार्टी सख्त कार्रवाई करेगी।
उल्लेखनीय है कि मीडिया से चर्चा में शेखावत ने कहा था कि पिछले विधानसभा चुनाव में न केवल मेरे, बल्कि कई सीटों पर बागी प्रत्याशी उतारकर कैलाश विजयवर्गीय ने पार्टी को हरवाया था। अब वे उपचुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक प्रत्याशियों वाली पांच सीटों पर पार्टी को चुनाव हरवाकर एमपीसीए की हार का बदला लेना चाहते हैं। इसीलिए सांवेर, बदनावर सहित पांच सीट उन्होंने मन से चुन लीं।
शेखावत ने कहा कि विजयवर्गीय ने अपने बेटे का राजनीतिक करियर संवारने के लिए उषा ठाकुर को शहर से बाहर करवाया। हद तो यह है कि बल्ला कांड पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सार्वजनिक तौर पर आकाश को पार्टी से बाहर करने के आदेश को भी नहीं माना। पता नहीं संगठन विजयवर्गीय से क्यों डरता है?