न्यूज डेस्क- रविवार को हुए सूर्य ग्रहण के दौरान चंबल संभाग में अद्भुत नजारें देखे गए। चांद ने सूर्य के जैसे ही ढका सूर्य दिन में रात जैसा नराजा दिखने लगा। । सुबह 10 बजकर 14 मिनट से शुरु हुआ सूर्य ग्रहण 1 बजकर 47 मिनट पर खत्म हुआ। ग्रहण करीब साढ़े तीन घंटे तक चहा। प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर इस खगोलीय घटना को देखा गया। आम लोगों ने भी सुरक्षित साधनों के साथ इस खगोलीय घटना को देखा।
इंदौर से भी देखा गया सूर्य ग्रहण
इंदौर में सुबह 10बजकर 10 मिनट पर शुरु हुआ सूर्य ग्रहण दिन के 1 बजकर 42 मिनट तक चला। इंदौर-उज्जैन संभाग में ग्रहण का पर्वकाल 3 घंटे 32 मिनट तक रहा। इस बार का सूर्यग्रहण पूरे भारत में खंडग्रास ग्रहण के रूप में दिखाई दिया। सूर्य ग्रहण के दौरान सभी मंदिर बंद रहे।
साफ सफाई के बाद खोले गए मंदिर
सूर्य ग्रहण के चलते सभी मंदिर और देवालयों को बंद रखा गया। सूर्य ग्रहण की समाप्ति के बाद मंदिरों की साफ सफाई की गई और देवी-देवताओं को स्नान करवाया गया। इसके बाद ही मंदिरों को आम जनता के लिए खोला गया। पंडितों के मुताबिक ग्रहण काल के बाद स्नान और दान का फल कई गुना बढ़जाता है। ग्रहण काल मंत्र सिद्धि का सर्वश्रेष्ठ काल माना गया है। रविवार को ग्रहण होने से चूड़ामणि योग भी बना था