भोपाल
हमीदिया अस्पताल के शिशु वार्ड में लगी आग की घटना के बाद अब स्कूल शिक्षा विभाग को भी बच्चों की सुरक्षा की फिक्र हुई है। इस मामले में त्वरित कदम उठाते हुए स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री इंदरसिंह परमार ने प्रदेश के सभी सरकारी, निजी स्कूल और कोचिंग सेंटरों का फायर एंड सेफ्टी आडिट कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की सुरक्षा और उत्तम स्वास्थ्य के लिए जरूरी सभी कदम उठाए जाएं। राज्यमंत्री परमार मंत्रालय में विभाग के कामकाज की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी से कहा कि सभी कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर सुरक्षा नियमों का पूरी तरह से पालन कराने को कहें। स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री ने प्रदर्शन के आधार पर शिक्षकों की पदोन्नति और तबादला नीति का प्रारूप तैयार करने के निर्देश दिए हैं। आने वाले दिनों में इसी आधार पर शिक्षकों की पदोन्नति और तबादले होंगे।
बैठक के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि सीएम राइज स्कूलों के लिए एडवांस पाठ्यक्रम विकसित करें और इसमें विभिन्न विश्व स्तरीय विश्वविद्यालयों का सहयोग लें, ताकि भावी पीढ़ी को बेहतर ढंग से तैयार की जा सके। मंत्री ने सरकारी स्कूलों में पूर्व विद्यार्थियों का संघ गठित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुराने छात्रों को विद्यालय से जोड़ने के लिए विस्तृत जनभागीदारी अभियान चलाने की जरूरत है। पूर्व छात्रों और समाज के सहयोग से 'अपना विद्यालय अपना कोष" विकसित करें। इसका उपयोग स्कूलों के विकास व छात्रों को बेहतर सुविधाएं देने में किया जाएगा। स्कूलों की लाइब्रेरी में भारत के महापुरुषों और क्रांतिकारियों की जीवनी और दर्शन पर आधारित पुस्तकों का संग्रह रखें। इससे विद्यार्थियों में पुस्तकों को पढ़ने की आदत विकसित होने के साथ ही उनमें महापुरुषों के गुण और मानव कल्याण के मूल्य भी विकसित होंगे।