नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ मुख्यमंत्री होने के साथ-साथ गोरक्ष पीठ के अधिश्वर भी है जिसके कारण नेपाल में उनको काफी सम्मानित दृष्टी से देखा जाता है. और यही वजह है कि योगी आदित्यनाथ ने नेपाल को भारत के खिलाख समझाने कि कोशिस की
योगी ने नेपाल को दी नसीहत
योगी आदित्य नाथ ने नेपाल को तिब्बत का उदाहरण देते हुए समझाने की कोशिश की है. योगी को कहना है कि नेपाल को इतिहास से सबक लेने की जरूरत है उन्होने कहा कि इतिहास में चीन के तिब्बत पर कब्जे के बाद तिब्बत का क्या हश्र हुआ था. इसके अलावा उन्होंने नेपाल से भावनात्मक अपील करते हुए कहा था कि ‘भारत और नेपाल भले ही दो देश हों लेकिन यह एक ही आत्मा हैं. दोनों देशों के बीच सदियों पुराने सांस्कृतिक रिश्ते हैं, जो सीमाओं के बंधन से तय नहीं हो सकते
नेपाल ने नहीं समझी योगी की नसीहत
दरअस नेपाल में इस समय कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार है जो चीन के गुणगान करने वाली सरकार मानी जा सकती है. एसे में नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने आदित्यनाथ के बयान का विरोध करते हुए कहा कि आदित्यनाथ अपने बयान से नेपाल को डराने की कोशिश कर रहे हैं केपी शर्मा ओली ने कहा कि हम ऐसी भाषा के लिए तैयार नहीं हैं और हम इसको अपना अपमान समझते हैं
नेपाल ने भारत पर लगाया आरोप
नेपाल सरकार ने भारतीय सेना पर नेपाल की जमीन पर जबरन अतिक्रमण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ‘भारत ने कालापानी क्षेत्र में अपनी भारतीय सेना के जवानों को तैनात करके नेपाली क्षेत्र पर कब्जा किया है
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