पंजाब राज्य की एक महिला डॉक्टर ने कुछ ऐसा कर दिखाया है जो बाकई में सम्मान के काबिल है। दरअसल, डॉक्टर सुनीता कंबोज 7 माह की गर्भवती होने पर भी रोज 60 किलो मीटर दूर जलालाबाद से फाजिल्का सिविल अस्पताल आती रहीं। कई बार उन्हें घर लौटने में भी रात के 12 बज जाते थे। लेकिन प्रेग्नेंसी की हालत में भी उन्होंने ड्यूटी सर्वोपरि रखी और अब बेहतर कार्यशैली के लिए 15 अगस्त को पुलिस डीजीपी अवार्ड से उन्हें सम्मानित किया जाएगा।
कोरोना काल में देश के लाखों डॉक्टर बिना रुके, बिना थके लगातार ड्यूटी कर रहे हैं। डॉ. सुनीता ने कहा कि इस दौरान सबसे मुख्य कार्य कोरोना पेशेंट की ट्रेसिंग और ट्रैवलिंग हिस्ट्री के अनुसार क्वारेंटीन करना, सैंपलिंग, फील्ड वर्क, स्टेट कोआर्डिनेशन की चुनौतियां रहीं हैं। लेकिन उन्हें काफी कोई तकलीफ महसूस नहीं हुई। वे हरदम कोरोना पॉजिटिव मरीजों देखभाल के साथ-साथ, उन्हें सकारात्मक रखने और स्वस्थ कर घर भेजने में जुटी रही।