भोपाल. मध्यप्रदेश की राजनीति में एख बार फिर उथल-पुथल मच गई है। ज्योतिरादित्य सिंधिया की वजह से सत्ता में वापसी करने वाली बीजेपी पिछले तीन महीने से मंत्रिमंडल की विस्तार नहीं कर पा रही है। सीएम शिवराज सिंह चौहान पिछले तीन दिन से दिल्ली में थे और मंगलावर को वापस लौटे हैं। सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री 30 नेताओं की सूची लेकर दिल्ली में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मिलने गए थे।
शिवराज जो नाम लेकर गए थे वो इस प्रकार हैं…
यशोधरा राजे सिंधिया, विश्वास सारंग, विजय शाह, सुरेंद्र पटवा, संजय पाठक, रणवीर जाटव, रामपाल सिंह, रामेश्वर शर्मा, रमेश मेन्दोला, राज्यवर्धन सिंह, राजेंद्र शुक्ला, प्रेमसिंह पटेल, प्रद्युम्न सिंह तोमर, पारस जैन, नागेंद्र सिंह, मोहन यादव, मालिनी गौड़, महेंद्र सिंह सिसोदिया, करण सिंह वर्मा, जगदीश देवड़ा, इमरती देवी, हरिशंकर खटीक, हरदीप डंग, गौरीशंकर बिसेन, गोपाल भार्गव, डॉ. प्रभुराम चौधरी, चेतन कश्यप, ऐंदल सिंह कंषाना, अजय विश्नोई, बृजेंद्र प्रताप सिंह, भूपेंद्र सिंह और अरविंद भदौरिया का नाम शामिल है।
सूत्रों की मानें तो चौहान के प्रस्तावित मंत्रिमंडल की सूची को भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने रिजेक्ट कर दिया है। खबर ये भी है कि मंत्रिमंडल विस्तार में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट को उप मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।