मुंबई
जबरन वसूली के एक मामले में मुंबई की एस्प्लेनेड कोर्ट ने पुलिस से बर्खास्त अधिकारी सचिन वाजे को 15 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। सचिन वाजे को इस साल मार्च महीने में एंटीलिया बम मामले में गिरफ्तार किया गया था। सचिन वाजे जबरन वसूली केस में भी आरोपी है। इस प्रकरण में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह भी आरोपी हैं। शनिवार को मुंबई की एस्प्लेनेड कोर्ट ने बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को 15 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। प्रकरण में पुलिस की ओर से सचिन वाजे की रिमांड मांगी गई थी। पुलिस ने कोर्ट में तर्क दिया कि जबरन वसूली केस में सचिन वाजे से पूछताछ महत्वपूर्ण है। बता दें कि इससे पहले एक विशेष अदालत ने मुंबई पुलिस को उपनगरीय गोरेगांव में जबरन वसूली के मामले में पूछताछ के लिए सचिन वाजे को हिरासत में लेने की अनुमति दी थी।
कौन है सचिन वाजे
सचिन वाजे को इस साल मार्च में एंटीलिया बम मामले में गिरफ्तार किया गया था। जहां उद्योगपति मुकेश अंबानी के दक्षिण मुंबई स्थित आवास के पास विस्फोटकों वाली एक एसयूवी मिली थी। वह इससे पहले नवी मुंबई की तलोजा जेल में बंद थे। इस मामले में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परम बीर सिंह भी आरोपी हैं। 49 वर्षीय सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाजे को एंटीलिया बम मामले में गिरफ्तारी और ठाणे के व्यवसायी मनसुख हिरेन की हत्या के बाद सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था।