जयपुर. राजस्थान में सियासी घमासान जारी है। सचिन पायलट पहले ही साफ कर दिया है कि वह सीएम अशोक गहलोत के साथ काम नहीं करना चाहते और वह बीजेपी भी ज्वॉइन नहीं करेंगे। सचिन पायलट चुप हैं। लेकिन सीएम अशोक गहलोत लगातार ट्वीट कर रहे हैं और इंटरव्यू दे रहे हैं।
उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि ‘जिस प्रकार की स्थिति बनाई गई, बहुत अनफॉर्चुनेट है। घर के झगड़े घर में ही निपटते हैं, ये सदियों से चला आ रहा है। अगर आप विरोधियों के साथ मिलीभगत करके राजनीति करेंगे तो फिर डेमोक्रेसी में क्या बचेगा? महत्वाकांक्षी होना बुरा नही, अतिमहत्वाकांक्षी होकर फाउल खेलने लगो ये अच्छी बात नहीं है’।
उन्होंने पीएम मोदी पर भी निशाना साधते हुए हॉर्स ट्रेडिंग को लोकतंत्र के लिए खतरा बताया। वे लिखते हैं कि, मेरे हिसाब से जो राजनीति चली है कि ये 20-15-12 जो भी हैं कम ज्यादा होते रहते हैं, इनके आधार पर ही जो है 100 का आंकड़ा पार किया हुआ है, सरकार यहां पर बैठी हुई है,उसको गिराकर के आप बीजेपी के सहयोग से सरकार बनाना चाहते हो तो जनता कभी ऐसे लोगों को माफ़ नहीं करेगी,ये मेरा मानना है।
मीडिया से, अखबारों के मालिकों से मैं कहना चाहूंगा कि आपकी हम सबकी जिम्मेदारी है देश को बचाने की। आज जिस प्रकार से देश में मोदीजी, अमित शाहजी के नेतृत्व में सरकार चल रही है,डेमोक्रेसी है, चुनाव जीतकर आए हैं, हमने ससम्मान with humility उनको प्रधानमंत्रीजी के रूप में स्वीकार किया है
भाजपा के स्वयं के नेता श्री कैलाश मेघवाल जो पूर्व मंत्री एवं राजस्थान विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष हैं उन्होंने प्रदेश में सरकार गिराने को लेकर पिछले दो महीने से जो माहौल बना हुआ है, हॉर्स ट्रेडिंग हो रही है, आरोप-प्रत्यारोप लग रहे हैं, उन्हें बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।