भोपाल. मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान का एक आडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वह कह रहे हैं कि मार्च में केंद्रीय नेतृत्व के कहने पर ही हमने कांग्रेस की सरकार गिराई है। कहा जा रहा है कि यह बात उन्होंने अपने हालिया इंदौर दौरे पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुई कही थी। अब शिवराज के इस आडियो के सामने आने के बाद कांग्रेस ने सरकार को आड़े हाथों लिया है।
ये है आडियो में…
“केंद्रीय नेतृत्व ने तय किया कि सरकार गिरनी चाहिए। यह बर्बाद कर देगी, तबाह कर देगी और आप बताओ कि ज्योतिरादित्य सिंधिया और तुलसी भाई के बिना सरकार गिर सकती थी क्या? और कोई तरीका नहीं था। ये तो मंत्री वहां भी थे। मुख्यमंत्री बनने की तो नहीं सोची थी। अब कांग्रेस वाले कह रहे हैं कि गड़बड़ कर दी। घोटाला कर दिया।
मैं आज पूरे विश्वास और ईमानदारी के साथ इस मंच से कह रहा हूं, धोखा कांग्रेस ने दिया। धोखा सिंधिया और तुलसी सिलावट ने नहीं दिया। दर्द और कसक की वजह से मंत्री पद छोड़ दिया, जबकि सरपंच तक पद नहीं छोड़ते। आज सिंधिया जी और तुलसी भाई का मैं इसलिए स्वागत करता हूं कि भाजपा की सरकार बनाने के लिए मंत्री पद छोड़कर आए। और अब हो रहे हैं चुनाव।
ईमानदारी से बताओ कि तुलसी अगर विधायक नहीं बने तो हम मुख्यमंत्री रहेंगे क्या? भाजपा की सरकार बचेगी क्या? हर भाजपा कार्यकर्ता की ड्यूटी है और कर्तव्य है कि तुलसी सिलावट चुनाव नहीं लड़ रहा, आप सब चुनाव लड़ रहे हैं। हम उम्मीदवार हैं।”
डिसक्लेमर द न्यूज हाउस इस ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है।
कमलनाथ ने तुरंत किया ट्वीट…
इस आडियो के वायरल होने के बाद पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी इस मौके को भुनाते हुए भाजपा पर पलटवार किया और एक लंबा चौड़ा ट्वीट पोस्ट कर दिया।
“मैं तो शुरू दिन से ही कह रहा था कि भाजपा ने मेरी बहुमत व जनादेश प्राप्त सरकार को जानबूझकर साज़िश-षड्यंत्र व प्रलोभन का खेल रच गिराया है क्योंकि मेरी सरकार किसानो का क़र्ज़ माफ़ कर रही थी, युवाओं को रोज़गार दे रही थी , महिलाओं को सुरक्षा देकर उनके सम्मान की रक्षा कर रही थी , मिलावट व माफ़ियाओ के ख़िलाफ़ अभियान चला रही थी , प्रदेश में निवेश ला रही थी , निरंतर जनहितैषी कार्य कर रही थी , भाजपा को यह सब सहन नहीं हुआ। उसे डर व भय था कि इन सब कार्यों से उसका वर्षों तक सत्ता में वापस लौटना नामुमकिन हो जाएगा।
अब तो इस बात की पुष्टि भी हो गयी और सच्चाई भी प्रदेश की जनता के सामने आ गयी कि मेरी सरकार को गिराने के लिये किस तरह की साज़िश व खेल रचा गया और उसमें कौन- कौन शामिल था। जो लोग कहते थे कि कांग्रेस की सरकार के पास बहुमत नहीं था , वो अपने असंतोष से गिरी , हमने नहीं गिरायी , उनके झूठ की पोल भी अब सभी के सामने आ चुकी है।
शिवराज ने 15 वर्ष झूठ के बल पर सरकार चलाई , जनता ने सबक़ भी सिखाया लेकिन अभी भी निरंतर झूठ परोस रहे है।”