उज्जैन
विश्व विश्वविद्यालय में अब नाइट शिफ्ट में भी अध्ययन, अध्यापन हो सकेगा। विक्रम कीर्ति मंदिर में रात्रि कालीन अध्ययनशाला बनाई जाएगी। कुलपति का कहना है कि इसके लिए तैयारी कर ली गई है। दीपावली के बाद काम शुरू कर दिया जाएगा। उनका दावा है कि यह प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय होगा जिसमें नाइट शिफ्ट में उसी तरह पढ़ाई होगी जैसे दिन में होती है।
नई शिक्षा नीति में पढ़ाई के साथ आत्मनिर्भरता पर सबसे ज्यादा जोर दिया जा रहा है। कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पांडेय का कहना है कि इसी तर्ज पर अब नाइट शिफ्ट में पढ़ाई शुरू की जाएगी। इसमें विद्यार्थियों की स्किल बढ़ाई जाएगी। उन्हें हुनरमंद बनाया जाएगा। उनमें छुपे हुए कलाकारों को बाहर निकाला जाएगा। उन्हें समृद्ध बनाने में मदद की जाएगी।
छह कोर्स जो नाइट शिफ्ट में सिखाए जाएंगे
- स्किल डेवलपमेंट : इसके अंतर्गत विद्यार्थियों को उनकी रुचि अनुसार विषय में पारंगत बनाया जाएगा। उन्हें संबंधित विषय से जुड़ी जानकारी मुहैया करवाने के साथ कौशल बढ़ाने में भी मदद की जाएगी। उन्हें हस्तशिल्प, कम्प्युटर बेस्ड वर्क, फाॅर्मिंग सिखाई जाएगी।
- पर्सनालिटी डेवलमेंट : प्रतियोगी परीक्षा के ग्रुप डिस्कशन, इंटरव्यू की तैयारी कैसे की जाए, इस संंबंध में यूनिवर्सिटी के प्राध्यापक के अलावा बाहरी विषय विशेषज्ञों की सेवाएं ली जाएंगी। इसका मकसद युवाओं को देशभर की प्रतियोगी परीक्षा के लिए तैयार करना होगा।
- स्पोकन इंग्लिश : अंग्रेजी पठन, पाठन के अलावा व्याकरण और स्पोकन में अच्छी कमांड के लिए इसे शामिल किया जाएगा। विषय से जुड़े अनुभवी व्यक्ति विद्यार्थियों को रोजमर्रा के साथ किसी विशेष मौके पर जैसे विदेश जाने पर काम में आने वाली अंग्रेजी सिखाएंगे।
- वेस्ट टू बेस्ट वर्क : अपने काम को किस तरह बेस्ट बनाया जा सके। उसके तौर तरीके भी सिखाए जाएंगे। साथ ही वर्तमान में जो काम कर रहे हैं उसे बेस्ट बनाने के लिए कौन से उपाय किए जाएं। इस संबंध में विश्वविद्यालय के प्राध्यापक विशेष कोर्स तैयार करेंगे।
- प्रोजेक्ट मैकिंग : पढ़ाई के बाद आत्मनिर्भर बनने में मदद के लिए प्रोजेक्ट कैसे बनाएं। उनमें कौन सी विषय वस्तु की आवश्यकता होती है। पूर्व में जो प्रोजेक्ट बनाए गए हैं, वे कहां तक पहुंचे। इसमें किसी उदाहरण जैसे ऑनलाइन कारोबार कैसे शुरू करें। यह सिखाएंगे।
- प्रेसेंटेशन : काम करने के बाद सबसे जरूरी होता है उसका प्रेसेंटेशन। अपना काम कैसे औरों तक पहुंचाएं। उसके लिए प्रेजेंटेशन कैसे तैयार करें। इसके लिए मटेरियल ऑनलाइन कैसे तलाशें। इस संबंध में भी युवाओं को तैयारी करवाई जाएगी।